राहुलजी गांधी के खिलाफ कारवाई मतलब ‘चोर को छोड़ के सन्यासी को फाँसी: सुरेशचंद्र राजहंस।

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प्रतिनिधी :मिलन शहा

मुंबई राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने के पीछे भारतीय जनता पार्टी का हाथ है और यह कारवाई झूठी शिकायत पर आधारित है. राहुलजी गांधी ने नीरव मोदी और ललित मोदी की आलोचना करते हुए जनता का पैसा लूटने वाले इन दोनों मोदी पर नरेंद्र मोदी सरकार क्यों चुप है, कारवाई क्यों नहीं कर रही है और राहुलजी गांधी पर कारवाई कर रहे हैं यह चिंताजनक और निंदनीय हैं! कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश चंद्र राजहंस ने आलोचना करते हुए कहा कि राहुलजी गांधी के खिलाफ कारवाई ‘चोर को छोड सन्यासी को फांसी’ देने जैसी है.

मोदी सरकार लोकतंत्र और संविधान पर चल रही है. विरोधियों के खिलाफ कारवाई करने के लिए ईडी, सीबीआई जैसी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। मोदी सरकार देश में विपक्षी पार्टियों को खत्म करने का काम कर रही है. इसीलिए कोई भी नेता मोदी सरकार के खिलाफ नहीं बोल रहा है, लेकिन राहुल गांधी सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोल रहे हैं. वे मोदी से सीधे सवाल पूछ रहे हैं.
राहुल जी ने मोदी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर किया है. एक तरफ राहुल जी मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं और कह रहे हैं कि मोदी सरकार के फैसले गलत हैं. दूसरी ओर राहुलजी की लोकप्रियता बढ़ रही है और नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता कम हो रही है. बीजेपी कई राज्यों में हार रही है और देश में बदलाव की तस्वीर उभर रही है, ऐसे में मोदी सरकार के पैरों तले जमीन खिसक गई है. मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती राहुलजी गांधी हैं. सुरेशचंद्र राजहंस ने कहा कि केंद्र या मोदी सरकार राहुलजी के खिलाफ कोई कारवाई करे लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता और आम लोग राहुलजी के साथ मजबूती से खड़े हैं.


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