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विशेष प्रतिनिधी:
मालवणी,मालाड,चारकोप,कांदिवली,मालाड पूर्व कुरार गाव,बोरिवली,दहिसर,गोरेगाव, जोगेश्वरी, अंधेरी,विले पार्ले,संताकरूज ,खार बांद्रा सहित पश्चिम उपनगर मे बंद शत प्रतिशत सफल रहा ।शिवसेना, काँग्रेस और राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी सहित सीपीएम, सिपीआय, आम आदमी पार्टी ,,समाजवादी पार्टी,के अलावा कही छोटे मोठे पक्ष,संघठण इस मे सहभागी हुये थे।
मात्र बंद का श्रेय शिवसेना को जाता है । क्योंकि शिवसेना के नाम से शतप्रतिशत बंद हुआ!आज सत्ता मे शिवसेना है उनके मुख्यमंत्री होते हुये भी शिवसेना ने बंद मे पूर्ण सहयोग दिया। इस से शिवसेना के कॅडर को बहुत दिनो बाद कुछ करने को मिला। सात ही शिवसैनिको और पदाधिकारियो मे इस बंद से नई ऊर्जा भर दि जिस्का नतीजा यह रहा के शिवसैनिक अपने असली रूप मे दिखे। उत्तर प्रदेश के लाखीमपुरी मे घटी घटना का विरोध कर किसानो के साथ हमदर्दी और समर्थन देते हुये मुंबई और महाराष्ट्र मे आज भी शिवसेना के बंद की अहमियत क्या है वह दरशाता है।यह बंद आने वाले मुंबई महानगर पालिका चुनाव के पहले महाविकास आघाडी के तिनो पार्टनर हम साथ साथ है का संदेश देना चाहते है।पर असल सवाल क्या महानगरपालिका चुनाव के समय यह तिनो पक्ष महाआघाडी करेंगे या फिर दोस्ताना लढेंगे??यह तो आने वाला समय ही बतायेगा ।लेकीन इस बंद को सफल बनाने का ज्यादा शेअर शिवसेना फिर राष्ट्रवादी काँग्रेस के बाद काँग्रेस और दुसरे पक्षो को जाता है।