भारतीय वायुदल प्रमुख विवेक राम चौधरी
प्रतिनिधी:मिलन शाह
एअर चीफ मार्शल आरके एस. भदुरीया दिनांक 30 सप्टेंबर को निवृत्त हुये उन से जिममेवारी स्वीकारी.भदुरीया ने 42 वर्ष वायू सेना मे कार्य किया।इस दौरान 36 राफेल और 83 स्वदेशी तेजस मार्क विमानो के सौदे हुये। हवाई दल प्रमुख पद पर मराठी माणूस की पददोनती से मागराष्ट्र राज्य गौरणवीत हुआ है।
विवेक राम चौधरी ने नॅशनल डिफेन्स अकॅडेमी और डिफेन्स सर्व्हिसेस स्टाफ कॉलेज (welindon)से अपना शिक्षण पूर्ण किया।29 डिसेंबर 1982 को भारतीय वायू सेना मे जॉईन किया था।
प्रशिक्षण एअरक्राफ्ट चलाया. मिग-21, मिग-23 एमएफ, मिग-29 और सुखोई-30 एमकेआय सरीके विमान 3 हजार 800 घंटो से अधिक समय तक उडान का अनुभव है. भारतीय वायुदल मे विविध पदो पर काम करने का अनुभव है।
चीन सीमा विवाद के समय लदाख सेक्टर प्रमुख माजी लढाऊ विमान पायलट चौधरी ने जबाबदारी संभाली थी। चौधरी ने सीमा और वायुसेना के मुख्यालय दोनो जगह काम किया है। पाकिस्तान विरोध मे किये गये ऑपरेशन मेघदूत (सियाचीन अभियान) और ऑपरेशन सफेद सागर (1999 मे कारगिल ) के समय चौधरी को वायुसेना मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।पश्चिमी कमान के प्रमुख पद कार्यरत थे उस समय राफेल विमान को अंबाला एअरबेस पर उतारा था। उस समय उनका लडका राफेल का पायलट था।
अभी भारत का चीन के सात सीमा विवाद चलरहा है।सात ही अफगाणिस्तान मे जो हालात है उस से सारी दुनिया परिचित है।ऐसे हालात मे उनको भारत की सुरक्षा और अपने अनुभव और कौशल्य से कर्तव्य करते हुये समाधान निकालना है।