
प्रतिनिधी:प्रकाश जैस्वार
मुंबई,मालाड पश्चिम स्थित पौराणिक भुजाले तलाव है। स्थानिक कोली (मच्छीमार)समाज की भावणाओ से जुडा यह तलाव है।और इसका समाज मे विशेष महत्व है। इस तलाव से लगी सुरक्षा दिवार को लगकर बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने यहा करीब 100 फूट लंबा और 8 फूट गहरा व 6 फूट चौडा खड्डा बरसाती पानी की निकासीके लिये खड्डा खोद कर गटर का कार्य शुरु किया था। साथ ही बे परवाह कॉन्ट्रॅक्टर ने इतना बडा खड्डा खोद कर लोखंडी सलिया लगाकर जाली बनाकर गटर बनाने का काम शुरु किया था। पर यहा से लिंक रोडव भंडार वाडा होकर एसव्ही रोड आने जाने वाले लोगो को इस खड्डे मे गिरने की संभावना बहुत थी क्योंकी इस जगह किसीं भी प्रकार की सुरक्षा के उपाय नही किये थे जीसकी वजह से पैदल चलने वाले और वाहन चालको को इस खड्डे मे गिरने का डर सता रहा था। साथ ही जब से काम शुरु किया है तब से कई लोग इस जगह गिरे पर उनकी खुशकिसमती के वह बच गये। कुछ को मामुली चोट आयी।इस संदर्भ मे जब स्थानिक राहिवासियो ने कॉन्ट्रॅक्टर के सुपरवायजर से शिकायत की तो उसने मालिक से इस संबंध मे बाते करे ऐसा कहा। पर जब कॉन्ट्रॅक्टर को फोन किया तो उसने उठाया नही इस के बाद सामाजिक कार्यकर्ते और मुंबई काँग्रेस सचिव संतोष चिकणे ने पालिका अभियंता को मोबाईल पर संपर्क किया तो उसने जवाब नही दिया। उसके बाद उनहोने इस की लिखित शिकायत महानगरपालिका आयुक्त व पी उत्तर विभागीय सहायक आयुक्त को की।शिकायत पर कारवाई करते हुये तुरंत पी उत्तर विभाग से एसडब्लूएम विभाग के अधिकारी साईट पर आकार मुआईना कर सुरक्षा उपाय करने लगे तभी अचानक दुसरे दिन यांनी मंगलवार को यह गटर के लिये खोदा गया खड्डा फिर से मिट्टी से भर दिया गया।
इस संदर्भ मे सामाजिक कार्यकर्ते संतोष चिकणे ने कहा की महानगरपालिका ने ला परवाह कॉन्ट्रॅक्टर पर महानगरपालिका नियमानुसार कारवाई करते हुये उसका कॉन्ट्रॅक्ट रद्द करना चाहीये।और जो भी जिममेदार है उनपर भी कारवाई होनी चाहीये वरना इस भ्रष्टाचार और ला परवाही के खिलाफ हम रास्ते पर उतरकर लोकशाही तरिके से आंदोलन करेंगे।
पी उत्तर विभाग SWD कनिष्ठ अभियंता “सतीश माने”ने इस संदर्भ मे प्रतिक्रिया देने से इन्कार किया सिर्फ कहा काम नही रुका है।