धर्मनिरपेक्ष, साम्यवादी, सरमायादार,या फिर अफसर शाह कोण है ये कोरोना??

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मुंबई मे आज मिले 10,860 नये मामले।14.7%फिसदी बेड हुये फुल!!

कोरोना की गिरफत मे आये सभी जाती,धर्म और पक्ष विपक्ष के विधायक,सांसद,मंत्री और पदाधिकारी.
शिवसेना के सांसद राजन विचारे, अरविंद सावंत, सहित मंत्री एकनाथ शिंदे, सहित भाजप के विधायक अमित साटम,अतुल भातखलकर, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखीया अरविंद केजरीवाल,काँग्रेस के सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, भाजप सांसद सुजय विखे पाटील और उनके पिता व विधायक राधाकृष्ण विखे पाटील,शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक,सहित करीबन 70से 80 विधायक 15 के करीब मंत्री और कई सांसद  कोरोना की चपेट मे आये है।यु तो हमेशा,जाती,धर्म,लिंग,भाषा पर बहस करने वाले सभी पक्ष के नेताओ को कोविड 19 महामारी ने सबक सिखाया है।  आप कोई भी हो साधारण मतदार, नगरसेवक, विधायक, सांसद मंत्री,पुरुष या महिला आप सभी कोरोना  के सामने समान है। कोरोना ने मजदूर,मालिक,काला, गोरा, गरीब और अमीर का भी फरक मिटाया है। इसलीये कोरोना साम्यवादी भी है। साथ ही इमाम(मौलाना),पंडित,पादरी, भन्ते सभी धर्म के गुरू हो या अनुयायी उनको भी नही बक्षा है। इस हिसाब से कोरोना ने सर्वधर्म संभाव का ताना बाना बुना है। डॉक्टर, सिपाही, पुलीस, सफाई कर्मचारी हो या फिर अधिकारी सभी को इसने घेरा है।कोरोना महामारी ने कॅपिटालिस्ट अमेरिका, साम्यवादी चीन धर्म निरपेक्ष भारत सहित धर्म आधारित पाकिस्तान, नेपाल सहित तकनिक मे जीसने दुनिया मे अपना लोहा मनवाया वही इस्राईल ने भी चखा इस का स्वाद यहा तक की देश के शासक ,राष्ट्रपती, प्रधानमंत्री, मंत्री,अफसर ताना शाह किसी को भी कोरोना ने नही छोडा।इस हिसाब से कोरोना ने दुनिया को मानवता और प्रेम समभाव, शांती, पर्यावरण रक्षण, आर्थिक समानता, और सब से अहम इंसानियत का भाई चारे का,अमन का संदेश दुनिया के शासक और प्रशास्को को दिया है। महामारी ने कम पैसे मे जीना, दुसरो की मदद करना, पर्यावरण रक्षण,स्त्री पुरुष समानता,जात धर्म के परे इंसानियत और मानव धर्म का पाठ  पढाया है।महामारी आज नही तो कल जरूर  समाप्त हो जायेगी। पर इस दौरान जो हमने सकारात्मक अनुभ लिये है।इस से प्रेरणा लेकर  भविष्य मे आगे बढना चाहीये।ADMIN


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