कही पे निगाहे कही पे निशाणा

प्रतिनिधी मुंबई
मुंबई,मालाड मालवणी पुलीस ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ केस दर्ज किया है।हालांके मालवणी पुलीस ने इस संदर्भ मे प्रश्नो के उत्तर देना टाला।सुत्रो और मीडिया रिपोर्ट के आधार से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कुछ दिन पहले प्रेस कॉन्फरन्स कर जानकारी सांझा की थी की सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या के बाद उसकी पूर्व मॅनेजर दिशा सालीयन की मृत्यू अपघात नही मर्डर है और उसपर शारीरिक अत्याचार हुआ है ऐसी जानकारी दि थी ।इस्के पश्चात मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने दिशा सालीयन की बदनामी और झुठे आरोप लगाने की शिकायत उनहोने महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा रुपाली चाकनकर को पत्र लीख कर नारायण राणे पर कारवाई की मांग की थी। उसके बाद चाकणकर ने मालवणी पुलीस से अहवाल मंगवाया था। और ऊस अहवाल की बिनापर नारायण राणे पर शनिवार देर रात को केस दर्ज किया है।
यह संकेत है आने वाले मुंबई महानगर पालिका चुनाव तक शिवसेना और भाजप (राणे v/s शिवसेना)संघर्ष और तीव्र होता दिखाई पढेगा।इस संघर्ष मे भाजप शिवसेना छोड कर भाजप मे प्रवेश किये हुये लोगो को शिवसेना के विरुद्ध खडा कर अपने आप को दूर रखना एक सोची समझी रणनीती लगती है। साथ ही शिवसेना पर हमला करने मे नारायण राणे उनके पुत्र और प्रसाद लाड ,प्रवीण दरेकर जैसे नेताओ का ईस्तेमाल कररही जान पडताहै। और भाजप के सेकंड रँक और अमराठी भाषी नेता जिस्मे अतुल भातखलकर, मंगल प्रभात लोढा,किरीट सोमय्या जैसोके नाम शामिल है।
आगे देखते है शह और मात के इस खेल मे केंद्र की मोदी सारकरको महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार पर कुछ नियंत्रण और सरकार को अस्थिर कर ने के लिये अपनाये गये हतकंडो से कुछ फायदा मिलता है या नही । यह आने वाला समय ही बतायेगा।मात्र एक बात तय हैकी आने वाले समय मे यह संघर्ष कोनसा रूप लेता है।